बेशक आप पर्यावरण को बचाने वेफ लिए बहुत से काम कर रही हैं, लेकिन इस दिशा में अगर आप अपने घर को भी इको-प्रेंफडली बना लेंगी तो इस काम में आपकी भूमिका और मजबूत हो जाएगी। मोटे तौर पर किसी भी घर को पर्यावरण वेफ अनुवूफल बनाने वेफ लिए सात मानक बनाये गये हैं, जिनमें निर्माण वेफ साथ ही काम शुरू हो जाता है, पर, आप अपने पुराने घर में जरूरी बदलाव लाकर भी उसे ईको प्रेंफडली बना सकती हैं। आजकल घर वेफ इंटीरियर वेफ लिए लिविंग रूम से लेकर बालकनी तक वेफ लिए इको-प्रेंफडली सामान उपलब्ध हैं। इससे घर की खूबसूरती में निखार तो होेता ही है, साथ ही घर वेफ वातावरण में भी कम समय में ही कापफी बदलाव देखने को मिलता है।
मिट्टी से बने सामान
यदि आप मिट्टी से बने इको-प्रेंफडली सामानों से अपने घर की शोभा बढ़ाना चाहती है, तो आपवेफ पास इसवेफ लिए ढेरों विकल्प है। आप रसोई में ढेर सारे मिट्टी वेफ बर्तनों का इस्तेमाल कर सकती हैं, साथ ही सजावट वेफ लिए आपको दीवार पर लटकाने वाली मिट्टी से बने शो पीस, वास, अगरबत्ती स्टैंड आदि कई चीजें मिल जाएँगी। ये सभी सामान परंपरागत तरीवेफ से बनाए जाते हैं। इसमें प्रावृफतिक रंगों का प्रयोग किया जाता है।
लकड़ी से बढ़ाएँ दोस्ती
घर में हर तरह की साज-सज्जा वेफ लिए आप लकड़ी को आधार बना सकती हैं। सीलिंग वेफ लिए आप वुड पैनल्स का प्रयोग कर सकती हैं। फ्रलोरिंग वेफ लिए पत्थर, लकड़ी या बाँस का प्रयोग कर सकती हैं। टाइल्स में वुडन टेक्सचर की टाइल्स से बहुत खूबसूरत लुक दिया जाता है। चेयर और टेबल वेफ लिए लकड़ी वेफ ब्लाॅक्स का प्रयोग करें। अगर आप पेड़ों की शाखाओं को खूबसूरत अंदाज में सजाएँ तो ये आपवेफ घर को बेहतरीन लुक प्रदान करेगा।
स्टोन और मार्बल का इस्तेमाल
टेबल टाॅप वेफ लिए पत्थर का इस्तेमाल करें। आप चाहें तो मार्बल वेफ पफर्नीचर द्वारा भी घर की शोभा बढ़ा सकती हैं। इंटीरियर एसेसरीज वेफ लिए ग्लास, पत्थर और बास्वेफट जैसे विकल्प उपलब्ध हैं। दीवारों को सजाने वेफ लिए आप इको-प्रेंफडली वाॅल कवरिंग्स और पेंट्स या स्टोन्स का उपयोग कर सकती हैं। दीवारों पर सिरेमिक या टाइल्स भी लगवाई जा सकती हैं। पफर्नीचर वेफ लिए नेचुरल वुड और पत्थर का प्रयोग करें।
रोशन करें जहाँ
आजकल हर विशेष मौवेफ पर घरों या पिफर व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में जगमगाती लाइट्स लगाने का चलन बढ़ा है। इससे बिजली की खपत बढ़ती है, जो बिल्वुफल भी इको-प्रेंफडली नहीं है। बेहतर होगा कि घरों को अरोमा वैंफडल और मिट्टी से बने दीयों से रोशन किया जाए। ऐसा करवेफ आप पर्यावरण वेफ साथ बिजली भी बचाएँगी।
नियमित करें सापफ-सपफाई
घर में कीड़े-मकोड़े होने से भी प्रदूषण बढ़ता है। घर में चींटियाँ, मकड़ियों की गंदगी और चूहे, तिलचट्टे और छिपकलियों की बीट से प्रदूषण पैफलता है। इससे बचने वेफ लिए घर की नियमित सपफाई करें। पर्दों और कालीन की धूल समय-समय पर सापफ करते रहें। रसोई और बाथरूम की नालियों की सपफाई का भी खासतौर पर ध्यान रखें।
घर में करें छोटे बदलाव
0 तेज जलने, जल्दी गर्म होने वाले बल्ब की सी.एपफ.एल. एल.ई.डी. बल्ब से बदलें। इससे उफर्जा की भी बचत होगी और आपका घर भी ठंडा रहेगा।
0 टी.वी., लैपटाॅप, माइव्रफोवेव, इलेक्ट्रिक वेफटल, वाॅश्ंिाग मशीन और आयरन वेफ स्विच बंद करने वेफ साथ ही उनका प्लग निकालना न भूलें।
0 हमेशा उन उपकरणों का इस्तेमाल करें जिसमें उफर्जा की खपत कम हो या उफर्जा बचाने में सक्षम हों।
0 अपने किचन वेफ वेस्ट कम्पोस्ट को पेंफकने की बजाए गार्डनिंग वेफ लिए इस्तेमाल करें।
0 कम्पोस्ंिटग वेफ लिए बगीचे में अलग तरह का वूफडे़दान लगाकर खाने की चीजों से बहतरीन खाद तैयार कर सकती हैं।
0 अगर घर में बेकार का सामान हो तो उन्हें पेंफक दें या बेच दें।
प्रवृफति को आपका योगदान
0 घर का डिजाइन ऐसा चुनें कि उसमें अधिक-से-अधिक रोशनी और हवा घर में आ सवेफ।
0 संभव हो तो वर्षा जल वेफ संरक्षण और उनवेफ दोबारा उपयोग की प्रणाली तैयार करें।
0 संभव हो तो पवन उफर्जा एवं सोलर उफर्जा वेफ संयंत्रा लगाएँ ताकि आपको आर्थिक पफायदा हो और पर्यावरण भी सुरक्षित रहे।
घर को इको-प्रेंफडली बनाने वेफ लिए उसी सामग्री का चुनाव करें, जिन्हें नष्ट करने पर पर्यावरण प्रदूषित न हो।
वेफमिकल युक्त सामग्री का इस्तेमाल घर वेफ निर्माण में नहीं करें।
घर भी करेगा प्रवृफति की रक्षा